खोता गया, खोता गया, सब कुछ मेरा खोता गया
होता गया, होता गया, तूने चाहा जो होता गया
लुटता गया, मिटता गया, तकदीर से पिटता गया
फिर भी कलम की नोंक को कागज पे घिसता गया
जगता गया, सोता गया, दिन-रात यूं गुजरता गया
एक दिन मरा तो हर कोई मेरी लाश पे हंसता गया
आशिक हुआ, माशूक हुआ, शायर हुआ, दिल से हुआ
हर दर्द को सहता गया, हर जख्म पे गाता गया
होता गया, होता गया, तूने चाहा जो होता गया
लुटता गया, मिटता गया, तकदीर से पिटता गया
फिर भी कलम की नोंक को कागज पे घिसता गया
जगता गया, सोता गया, दिन-रात यूं गुजरता गया
एक दिन मरा तो हर कोई मेरी लाश पे हंसता गया
आशिक हुआ, माशूक हुआ, शायर हुआ, दिल से हुआ
हर दर्द को सहता गया, हर जख्म पे गाता गया