शहीदों की शहादत की ये तो कीमत लगाते हैं
अता कीमत बलि की कर उन्हें ये भूल जाते हैं
लाल भेजोगे जिस दिन सरहद पर लड़ने को तुम
अपना समझ में आयेगा तब की दर्द कैसे भुलाते हैं
अता कीमत बलि की कर उन्हें ये भूल जाते हैं
लाल भेजोगे जिस दिन सरहद पर लड़ने को तुम
अपना समझ में आयेगा तब की दर्द कैसे भुलाते हैं